हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम मोहिनी है और मैं मुंबई के बांद्रा से हू. मेरी उमर 24 साल है और मैने कॉमर्स मे ग्रॅजुयेशन किया है. कॉलेज के दीनो से ही मैं एकदम बिंडस्त चुड़क्कड़ थी और मैने बहुतो को मेरी चूत छोड़ने का मौका दिया था. लेकिन कॉलेज के दीनो के बाद चुदस का कोई इलाज नही था. पापा ने जॉब के लए तो पहले से ही माना कर दिया था और वो लोग मेरे लए लड़का ढूँढ रहे थे. अब शादी के बाद तो छुड़वाना ही था लेकिन शादी से पहले भी मेरी छूट किसी का लंड लेने के लए फदाक रती. तभी मेरी नज़र बबलू पर पड़ी. वो हमारे दूधवाले भैया जी का बेटा था जो अक्सर दूध देने एक लए घर आता था. और मैने बबलू को पटना चालू कर दिया. वो दूध देने आता तो मैं ही बर्तन ले के जाती थी. और एक दिन मैने उसका हाथ पकड़ लिया.
बबलू को पहले तोड़ा धक्का सा लगा लेकिन जब मैने आँख मारी तो वो जान गया की बात क्या है. और फिर हम लोग मौके की तलाश मे थे. मैने उसका मोबाइल नंबर ले रखा था. और एक दिन जब घर पर कोई नही था तो मैने उसे दोपहर मे मेरी चूत चोद ने के लए बुला लिया.
मैं तो उस से छुड़वाने के लए एकदम रेडी ही थी. बबलू जब घर आया तो मैं उसे अपने कमरे मे ले गई. बबलू हीरो की तरह आया था, लेकिन उसका स्टाइल वही देहाती वाला था. मैने उसे कुछ नही कहा लेकिन वो सामने से बोला की अपने बॉल्स दिखाओ ना. मैने कहा खुद ही देख लो. बबलू ने मेरे टॉप के बटन खोले, उसके मूह से तंबाकू की स्मेल आ रही थी जब वो मेरे करीब था. फिर उसने मेरे बॉल्स को अपने हाथ मे पकड़ के दबा दिया. मेरी चूत का तो पानी ही छुत गया उसके स्पर्श से ही.
उसके बाद बबलू अपने होंठो के मेरे होंठो के पास ले आया. मान तो कम ही था फिर भी मैने उसे लीप किस दे दिया. वो अपनी ज़बान से मेरे होंठो को छत रहा था और फिर उसने मेरी ज़बान को अपने होंठो पर ले के चूसा. और फिर उसका एक हाथ मेरी चूत पर आ गया. मैने भी अपना हाथ आयेज किया और उसकी ज़िप पकड़ ली, वो थोड़ा पिछे हुआ और मैने ज़िप को खोल के उसके गरम देसी लंड को बाहर कर दिया. इसी को तो मैं कब से अपनी चूत मे लेने के लए मार रही थी.
अब बबलू ने मुझे बेड मे बिता दिया और वो मेरी चूत को अपनी उंगलियो से खिलाने लगा. पहले उसने मेरी टांगे खोल के छेद मे उंगली डाली. पाईं की वजह से मेरी आ निकल पड़ी तो वो हंस पड़ा और बोला, तनिक सबर करो मेडम. मैने होंठो को दांतो के तले दबा दिया और उतने मे बबलू ने पूरी उंगली को चूत मे दे दी. वो उंगली को मेरी छूट मे अंदर बाहर कर रहा था और मेरी सिसकिया निकल रही थी. फिर बबलू ने मुझे घोड़ी बना दिया और मेरी गांद और बुर दोनो छेदो को अपनी उंगलियो से प्यार किया. अब मैं बेताब थी उसके लंड को टेस्ट करने के लए और छुड़वाने के लए.
अब मेरी चूत फड़फदी उठी थी और मैं उसे छुड़वा लेना चाहती थी. लेकिन बबलू को अभी कुछ और करना था. उसने मुझे बेड मे लिटा दिया और बिना कुछ कहे अपना देसी लंड उसने मेरे मूह मे पेल दिये. उसका लंड काफ़ी मोटा था और मूह मे आ भी नही रहा था आराम से. लेकिन मैने उसे हाथ मे ले के चूसना चालू कर दिया. मेरे ब्लोवजोब देने से तो उसका देसी लोडा और भी मोटा हो गया और लंबा भी. बबलू ने आँखे बाँध कर दी और मैने उसके लोड को मूह मे ले के चलती और चबती रही. जब मैने दाँत से लंड को टच करती थी तो उसे हल्का हल्का पाईं होता था और मेरे माथे को पकड़ लेता था.
लंड चूसने के बाद बबलू ने फिर से मेरी चूत मे उंगली डाली. छूट सुख चुकी थी इसलिए उंगली करने से वो फिर से लूब्रिकेटेड हो गई, और फिर मुझे नीचे लिटा के बबलू मेरे उपर आ गया. और उसने अपना लोडा मेरी चूत पर सेट कर के अंदर पेल दिया!
बहुत दीनो के बाद मेरी चूत की चुदाई हुई इसलिए मुझे अलग मज़ा आ गया. बबलू ने मुझे पूरे 20 मिनिट्स तक कस के चोदा और मेरे छेद मे ही अपना विरी भी निकाला. उसके तगड़े लंड से छुड़वाने के मज़े ही कुछ और है. मैं आज भी जब मौका मिलता है तो उसे अपने घर मे बुला के उसके साथ संभोग कर लेती हू. आप को हमारी चुदाई के यह देसी पॉर्न फोटोस कैसे लगे? पसंद आए है तो प्लीज़ उन्हे शेर करे और पोस्ट को स्तर रेटिंग भी दे.