दोस्तो मेरा नाम स्वाती हे और आज मैं आप को मेरी छूट की चुदाई दिखा रही हू. मैं बचपन से ही एकदम हॉर्नी टाइप की लड़की हू. और मुझे पॉर्न देखने का और सेक्स स्टोरीस पढ़ने का भी बहुत सौख हे. दोस्तो मेरे इसी सौख ने मुझे अंकल का लंड दिलवाने मे मदद की थी. और ये अंकल मेरे पापा के दोस्त वेर्मा जी हे. वो अक्सर हमारे घर पर आते हे.
एक दिन मैं अपने कमरे मे बैठ के पॉर्न क्लिप्स देख रही थी. और साथ मे मैं मेरी छूट को हिला रही थी. मों दाद जॉब पर थे और मैं घर पर अकेली थी. वेर्मा अंकल जानते हे की हमारे घर की के कहा होती हे. वो कुछ लेने के लए आए थे. और बिना नॉक किए ही उन्होने घर को चाबी से खोला. मैं अपनी छूट को हिला रही थी वो उन्होने देख लिया!
Uncle ne mujhe chut me ungli karte dekha
Uncle ne meri chut ko choda
अंकल ने मुझे आवाज़ दी तो मैं चौंक गई. अंकल ने कहा क्या कर रही हो स्वाती? मैं कुछ नही बोल सकी और फट से अपने दुपट्टे से अपने नंगे बदन को ढँकने लगी. वेर्मा अंकल ने मुझे पूरा न्यूड देख लिया था. वो मेरे पास आ गये और बोले, तुम जवान हो गई हो बेटा. और फिर अंकल ने मेरे सामने नॉटी स्माइल के साथ देखा. मैं कुछ काहु उसके पहले तो उन्होने अपना देसी लंड बाहर निकाला और बोले, ये ले लो तुम्हे शांति मिलेगी!
बाप रे अंकल का लंड तो किसी कलिए पोर्नस्तर के जैसा था. मैं ना चाहते हुए भी लंड को हाथ मे ले बैठी. अंकल के लंड को तोड़ा स्ट्रोक किया और वो कराह उठे. फिर अंकल ने मेरा माता पकड़ के अपने लंड पर रख दिया. मैने लंड को मूह मे ले के चूसा. लंड के अंदर से मस्की स्मेल आ रही थी. अंकल ने मेरे मूह को छोड़ा कुछ देर और फिर बोले चलो अब तुम्हे छोड़ता हू. ये कह के उन्होने मेरी टांगे चौड़ी कर दी. अंकल का मोटा लंड जब मेरी छूट मे घुसा तो मुझे बहुत दर्द हुआ. लेकिन एक मिनिट के बाद मेरी छूट जैसे लंड की सखी हो गई. मैने भी गांद हिला हिला के वेर्मा अंकल को सेक्स का मज़ा करवा दिया.