दोस्तो मेरा नाम अनिता है और मैं गुजरात के भरूच के पास एक विलेज मे टीचर हू. ये जॉब टेंपोररी है और यहा का प्रिन्सिपल मुझे पिछ्ले 3 साल से पर्मनेंट जॉब के बहाने से पेल रहा है. ये प्रिन्सिपल 39 साल का बूढ़ा है और उसने मुझे ना जाने कितनी ही बार अपने घर पर और स्कूल मे मोलेस्ट किया हुआ है. वो कहता है की मैं पर्मनेंट जॉब करवा दूँगा बिना किसी डोनेशन के. और डोनेशन ना देने की बड़ी कीमत मैं अपनी चुदाई करवा के चुका रही हू. अक्सर वो मुझे अपने कॅबिन मे बुला के दिनदहाड़े अपना देसी लंड चूसने को भी कहता है. आज दोपहर को भी उसने मुझे ऐसे ही अपने कॅबिन मे बुला लिया.
Principal mujhe desi lund deta hai
कॅबिन मे जैसे ही घुसी तो प्रिन्सिपल ने दरवाजे को बाँध करना का इशारा किया. मैं समझ गई की यह सला आज भी अपना देसी लंड मेरे मूह मे देगा. मैं दरवाजे की स्टॉपर चढ़ा के उसके सामने की चेर मे बैठने को थी की उसने मुझे फिर इशारा कर के अपने पास बुला लिया. मैने देखा की वो ऑलरेडी अपना लंड पंत से बाहर निकल के बैठा हुआ था.
वो देसी लंड एकदम चमक सा रहा था. मैने मूह बनाया और कहा, सिर आप ने मेरा काम नही किया अभी तक.
वो बोला, अरे देव साहब से बात कर ली है जानेमन, बस एकाड़ महीने मे ऑर्डर निकाल देंगे फिर तुम पर्मनेंट सॅलरी ले लेना.
मैं बोली, वो तो आप ने लास्ट टाइम भी कहा था.
वो उखड़े हुए स्वर मे बोला, जानेमन अब कलपद मत करो प्लीज़, जल्दी से इसे शांत कर दो. तुम्हायर पर्मनेंट जॉब मेरा वादा है ना.
मैं नीचे बैठी और उसके लंड को अपने हाथ मे पकड़ लिया. वो देसी लंड एकदम टाइट था जिसके अंदर कंपन भी हो रही थी. मैने फिर हल्के से उसके सुअपदे के उपर किस किया तो लंड की गर्मी मुझे महसूस हुई. मैने लंड के सूपदे को जैसे ही चूसा प्रिन्सिपल के मूह से एक बड़ी सी आ निकल पड़ी.
Lund chus chus ke pani chhuda diya
अब ये बड़ा लंड मेरे मूह मे पूरा घुस चुका था क्यूंकी मैने मस्त ब्लोवजोब देना चालू कर दिया था. प्रिन्सिपल ने अपनेआप को पिच्चे कुर्सी मे मस्त लिटा दिया था और वो सिर्फ़ सिसकिया भर रहा था. मैं उसके लंड को पूरा मूह मे ले के चूसे जा रही थी. देखते ही देखते उसके सुअपदे मे अलग सिगार्मी चढ़ गई और मैं जान गई की अब ये कभी भी अपना पानी छोद देगा.
मैने अपने लंड चूसने की स्पीड को बढ़ा दिया और उसकी सिसकिया भी बढ़ने लगी थी. कुछ 1 मिनिट हुआ होगा की उसके लंड की नली से पानी निकल पड़ा. मेरा पूरा मूह भर चुका था और मैं फिर भी सूपदे को चूस रही थी.
अब ये देसी लंड मे ढीलापन आ रहा था. जब मैने उसे बाहर निकाला तो वो ढीला हो चुका था. प्रिन्सिपल के लंड से निकली हुई एक एक बूँद को मैं चट कर गई थी. उसने अपने ड्रॉयर से टिश्यू निकाला और अपने लंड को सॉफ किया. मैने अपने पल्लू से मूह सॉफ किया और खड़ी हो के निकाने लगी उसके कॅबिन से. मैने निकलते हुए कहा, देव साहब से कन्फर्म कर लेना सिर प्लीज़!