आनंद जब अपनी बुआ सीमा के घर गया तो वो अकेली ही थी. ठओ जी कही बाहर गये हुए थे. सीमा बुआ ने ढीला गाउन पहना हुआ था जिसके अंदर उसके बड़े बॉल्स बाहर आने को बेताब लग रहे थे. आनंद इस से पहले भी बुआ को छोड़ चुका था. और आज ऐसे देख के उसका लंड भी से खड़ा हो गया. उसने बुआ को चुदाई के लए कहा तो वो थोड़े नखरे दिखाने लगी.
आनंद: बुआ जी चलिए चान्स सही है ना आज!
सीमा: अरे बाबा मेरा बदन टूट रहा है आज तो. फिर कभी करेंगे ना.
आनंद: फिर ऐसा मौका नही मिलेगा ना!
सीमा: मौका मिलता नही बनाना पड़ता है आनंद. प्लीज़ आज नही.
आनंद: अब तो मेरा खड़ा हो गया है. आप को कुछ तो करना पड़ेगा.
सीमा: चलो मैं हाथ से हिला देती हू तुम्हारे कौवे को.
आनंद: मूह मे भी ले लो ना प्लीज़.
सीमा बुआ ने मूह ऐसे बनाया जैसे की क्या माँग लिया हो आनंद ने.
आनंद: पहले अपने बड़े बॉल्स तो दिखाओ डार्लिंग.
सीमा बुआ हंस पड़ी और उसने अपने टॉप को एक कौने से पकड़ के तोड़ा उपर कर दिया. आनंद के सामने बुआ की बड़ी चूंचिया थी जो कपड़े फाड़ के बाहर आने को बेताब सी लग रही थी.
Bua ke bade balls dekh ke lund khada hua
Bua ki sexy chunchiya khulwa daali
आनंद ने अपना हाथ आयेज कर के बुआ के बड़े बॉल्स को पकड़ लिए. आनंद उन्हे एकदम हीरे से मरोड़ रहा था और हिला रहा था. सीमा बुआ सिसकिया ले रही थी और आनंद को धीरे से चूनचे मसालने को कह रही थी. लेकिन खड़ा हुआ लंड भला किसकी सुनता है फिर.
अब आनंद ने अपने हाथ से बुआ के निपल्स को दबाया. सीमा बुआ फिर से ज़ोर ज़ोर से सिसकिया उठी. आनंद को अपनी बुआ के ये बड़े बॉल्स से खेलने मे बड़ा सुख मिल रहा था. बुआ के अंदर की अंतर्वसना को जगाने के लए और उसकी छूट की मलाई खाने के लए उसने अपनी एक उंगली पनटी से छूट पर रख दी. सीमा बुआ भी अपनेआप को रोक नही सकी और उसने नखरे छ्चोड़ के छूट मे लंड लेने की तैयारी बता दी!